लखनऊ, मार्च 21 -- लखनऊ समेत यूपी के कुछ जिलों से जुड़े 50 से अधिक संस्थान आयकर के रडार पर आ गए हैं। यह मामला जांच अनवेषण विंग नहीं बल्कि टीडीएस से जुड़ा है। एक दिन पहले टीडीएस के सर्च ऑपरेशन ने सबको चौंका दिया। टीडीएस इकाई पहली बार आक्रामक दिख रही है। जल्द ही कुछ और संस्थानों पर एक्शन तय है जो टीडीएस-टीसीएस में हेराफेरी कर रहे हैं। आयकर सूत्रों ने बताया कि डेटा माइनिंग की मदद से वित्तीय वर्ष 2023-24 को आधार बनाते हुए सूची को शॉर्ट लिस्ट किया। यानी उन संस्थानों पर ध्यान केन्द्रित किया जिनको पिछले वर्ष मार्च में टीडीएस-टीसीएस का हिसाब देना था। क्योंकि अक्सर अधिकतर संस्थान समय पर ब्योरा नहीं दे पाते इसलिए उनको मौजूदा वित्तीय वर्ष के मार्च माह तक मौका दिया गया। अब चीजें स्पष्ट हैं कि यह लापरवाही नहीं, बल्कि जानबूझ कर किया जा रहा है। संस्थान ट...
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