कौशाम्बी, मई 20 -- जिला कारागार से मंगलवार को आजीवन कारावास की सजा भुगत रहे 103 साल के कैदी की रिहाई हो गई है। हत्या के मामले में बुजुर्ग को सजा हुई थी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की पहल पर वृद्ध को जेल से रिहा किया गया। जेल प्रशासन ने वृद्ध को सुरक्षित घर तक पहुंचाया है। कौशाम्बी थाना क्षेत्र के लखन पुत्र मंगली ने वर्ष 1977 में गांव के ही एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी। पुलिस ने लखन को पकड़कर जेल भेज दिया था। मामले में लखन को आजीवन कारावास की सजा हुई थी। लखन को रिहा कराने के लिए उसके परिजन 48 साल से परेशान थे, लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही थी। परिजनों ने इस मामले में जेल अधीक्षक अजितेश कुमार से गुहार लगाते हुए बताया कि कैदी की उम्र 103 साल हो चुकी है। मानवीय आधार पर कैदी को रिहा किया जाना चाहिए। जेल अधीक्षक ने मामले को जिला विधिक सेवा प्राधिकर...