चतरा, जुलाई 2 -- टंडवा, निज प्रतिनिधि। 29 जुलाई 23 से लेकर 15 फरवरी 25 तक जंगली हाथी और बाघ का आतंक ने लोगों को हिला दिया था। इस दौरान एक बाघ ने कि पदमपुर के जंगलों में आधा दर्जन मवेशियों को मार दिया था। यह घटना साल 24 के नवंबर माह की थी। इधर जंगली हाथियों ने भी दर्जनों आशियाने उजाड़ दिये तो फसल और अनाजों को चट कर दिया था। बताया गया कि एक मवेशी की मौत पर विभाग 25 हजार मुआवजा भुगतान करता है। इस संबंध में रेंजर ने नुकसान का आंकलन करते सरकार से 47 लोगों के लिए मुआवजा मांगी थी। इसी कड़ी मे टंडवा प्रखंड 47 पीड़ित परिवार के बीच रेंजर मुक्ति प्रकाश पन्ना ने 5.44 लाख के मुआवजा राशि बांटे। मंगलवार को आयोजित सादे समारोह में राहम, डहु, सिदपा, सराढू, फुलवरिया, लेम्बुआ, खरिका, गोविंदपुर, लरंगा समेत अन्य गांवों में जंगली जानवर एवम् हाथियों से नूकसान के एव...