बागपत, जून 21 -- शहर के कैनाल रोड स्थित श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर की में श्री सिद्ध चक्र विधान का आयोजन किया जा रहा है। जिसके दूसरे दिन 32 अर्घ चढ़ाकर सिध्दों की पूजा की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में जैन समाज के लोगों की उपस्थिति रही। सर्वप्रथम यंत्र पूजा की गई इसके उपरांत अंकित जैन व आलोक जैन द्वारा श्री जी का अभिषेक व शांति धारा की गई। पंडित विनोद कुमार जैन सनत, पंडित जय निशांत द्वारा एक एक अर्घ का अर्थ समझाया गया। उन्होंने सिद्धों के आठ गुणों का विवेचन बड़े ही मार्मिक एवं सरल रूप से किया गया। इस अवसर पर आचार्य विद्यासागर के प्रभावक शिष्य मुनि निश्चित सागर के द्वारा मंगल प्रवचन किए गए। जिसमें उन्होंने सिद्ध चक्र विधान की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि कैसे यह विधान लौकिक एवं पारलौकिक दुखों से मुक्ति दिलाता है। उन्होंने विधान से जुड़ी ...