पलामू, अप्रैल 27 -- हैदरनगर। वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि 29 अप्रैल की शाम 5. 31 से प्रारंभ होकर 30 अप्रैल को दोपहर 2. 12 बजे रहेगी। उदया तिथि विधान के तहत 30 अप्रैल को ही अक्षय तृतीय मनाई जाएगी। ज्योतिष के साधक पं. कुंडल तिवारी ने बताया कि सनातन धर्म की मान्यतानुसार इस दिन श्री विष्णु भगवान के छठे अवतार भगवान परशुराम जी का जन्म हुआ था। अक्षय तृतीया को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की विशेष पूजा का विधान है। इस दिन सूर्य और चंद्र प्रबल और सकारात्मक फलदायी होती है। चल, अचल संपति खरीदने से ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। श्री सूक्तम का पाठ और माता लक्ष्मी के प्रभावी मंत्र, ऊं श्रीं हीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ऊं श्रीं हीं श्रीं महालक्ष्म्यै नम:, का जप विशेष फलदायी होता है।

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