धनबाद, अप्रैल 25 -- धनबाद, मुख्य संवाददाता। सरकारी स्कूलों के बच्चों के खराब परीक्षा परिणाम की संपूर्ण जवाबदेही विद्यालय के हेडमास्टर व संबंधित विषय के शिक्षक की होगी। 20 फीसदी से अधिक असफल छात्र-छात्राओं की स्थिति में हेडमास्टर व विषय शिक्षक पर विभागीय व अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। इस कारण सभी शिक्षकों के लिए यह आवश्यक है कि विद्यालयों में विद्यार्थियों की उपस्थिति, सभी परीक्षाएं, रेमिडियल क्लास व बच्चों के प्रदर्शन को गंभीरता से लें। यह आदेश झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद व स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के सचिव उमा शंकर सिंह ने जारी किया है। 75 फीसदी उपस्थिति आवश्यक: सचिव ने राज्य के प्रारंभिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों के सुचारू संचालन के लिए 18 बिंदुओं से संबंधित निर्देश जारी किया है। निर्देश में कहा गया कि जैक की गाइडलाइन क...