मथुरा, नवम्बर 15 -- जिले में 472 अन्नदाताओं के साथ धोखा हुआ है। 2000 बीघे जमीन में बोया गया बाजारा अंकुरित ही नहीं हुआ। दो बार की जांच रिपोर्ट में भी बीज खराब पाया गया। अब मामला लखनऊ में उठते ही उसे दबाने के प्रयास किए जा रहे हैं। राजकीय बीज निगम के सभी गोदाम पर निजी कंपनी ने खरीफ में 472 किसानों को करीब 28 कुंतल बाजरे के बीज सब्सिडी पर बेचे थे। सरकारी बीज पर भरोसा कर किसानों ने करीब 2000 बीघा भूमि में इसकी बुवाई की। इसमें खाद पानी देने के बावजूद भी किसी भी खेत में बीज अंकुरित नहीं हुए। जब किसानों ने इसकी शिकायत की तो उन्हें पैसे लौटाकर मामला दबाने का प्रयास किया। वहीं किसान कंपनी पर कार्रवाई करने एवं मुआवजे की मांग पर अड़ गए। भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक के मंडल अध्यक्ष राजकुमार तौमर की शिकायत पर मंडलायुक्त ने कृषि विज्ञान केन्द्र के अध...