बिजनौर, मई 7 -- 1971 के युद्ध के दौरान देश में नागरिक सुरक्षा को लेकर ब्लैक आउट, सायरन आदि की मदद से तमाम तरह के उपाय किए गए थे। बुजुर्गों के मुताबिक उस समय के हालात काफी तनावपूर्ण थे और सरकार के साथ-साथ आम नागरिकों ने भी अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किये थे। कुछ पुराने लोगों की जुबानी उस समय की बातें उन दिनों की यादें ताजा करती हैं। बुजुर्ग गोविन्दराम बताते हैं, कि 1971 में ब्लैकआउट उस समय सबसे जरूरी उपायों में से एक था। रात के समय शहरों और कस्बों की सभी लाइटें बंद कर दी जाती थीं ताकि दुश्मन के विमानों को लक्ष्य साधने में मुश्किल हो। उन्हें याद है, कि एक बार अचानक हाइडिल ने ही लाइट बंद कर दी थी और पुलिस की गाड़ी एनाउंस करते घूमी थी, कि घरों के भीतर की रोशनी बाहर बिल्कुल न जाए। मालूम हुआ था, कि सहारनपुर में किसी खेत मे...