हल्द्वानी, सितम्बर 15 -- हल्द्वानी। श्रम, कौशल और शिल्प कला के देवता भगवान विश्वकर्मा की जयंती 17 सितंबर को मनाई जाएगी। ज्योतिषाचार्य अशोक वार्ष्णेय ने बताया कि बुधवार को विश्वकर्मा जयंती एक विशेष संयोग लेकर आ रही है। मंगलवार की रात 1:55 बजे सूर्य देव सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे, जिसके साथ ही कन्या संक्रांति भी शुरू हो जाएगी। बुधवार को शिव, परिध, शिववास योग और पुष्य नक्षत्र की उपस्थिति में की गई पूजा अत्यंत शुभ फल प्रदान करेगी। ज्योतिषी ने बताया कि राहुकाल के दौरान पूजा करना उचित नहीं माना जाता, जो बुधवार को दोपहर 12:15 बजे से दोपहर 1:47 बजे तक रहेगा। पूजन मुहूर्त: ब्रह्म बेला: सुबह 4:33 बजे से सुबह 5:24 बजे तक श्रेष्ठ मुहूर्त: सुबह 10:43 बजे से दोपहर 12:14 बजे तक

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