नई दिल्ली, अक्टूबर 3 -- Meta ने हाल ही में घोषणा की है कि 16 दिसंबर 2025 से Instagram और WhatsApp जैसे प्लेटफार्मों पर जो उपयोगकर्ता Meta AI फीचर्स का उपयोग करते हैं, उनकी बातचीत (चैट और आवाज) को डेटा के रूप में उपयोग किया जाएगा ताकि उन्हें और अधिक पर्सनलाइज्ड विज्ञापन (Ads) और कंटेंट दिखाई जा सके। यह कदम कंपनी की "user-engagement बेहतर करने वाली रणनीति का हिस्सा है, लेकिन साथ ही यह गोपनीयता (privacy) के सवालों को भी बढ़ाता है। Meta ने कहा है कि यह बदलाव यूजर अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए है किया है। लेकिन इस बात का डर भी है कि क्या कंपनी अब माइक्रोफोन से आपकी बात सुनने लगेगी? Instagram के प्रमुख Adam Mosseri ने एक वीडियो में इस आरोप को पूरी तरह नकारा है, और कहा है कि कंपनी "आपकी आवाज़ नहीं सुनती।" इसके बावजूद, यह नई नीति उपयोगकर्ताओं को...