संभल, जून 27 -- रजपुरा क्षेत्र के टीकम सिंह आर्य आदर्श विद्यालय में आर्य वीर दल द्वारा आयोजित प्रांतीय प्रशिक्षण शिविर में शुक्रवार को यज्ञीय बेला में 150 आर्य वीरों को यज्ञोपवीत संस्कार के माध्यम से वैदिक संस्कृति से जोड़ा गया। इस पवित्र अवसर पर कई जिलों से पधारे आर्य वीरों ने भाग लिया। आर्य वीर दल उत्तर प्रदेश के संचालक आचार्य पंकज आर्य ने कहा कि यज्ञोपवीत भारतीय वैदिक संस्कृति का अत्यंत महत्वपूर्ण प्रतीक है। संस्कार ही जीवन को योग्य व धर्मानुकूल बनाते हैं। संस्कार ही मानसिक, वाचिक और आत्मिक उन्नति का माध्यम है। सर्वदानंद संस्कृत महाविद्यालय, साधु आश्रम अलीगढ़ के प्राचार्य डॉ. आचार्य जीवन सिंह आर्य ने कहा कि यज्ञोपवीत विद्या का प्रतीक है। इसके तीन धागे पितृ ऋण, ऋषि ऋण और देव ऋण की स्मृति कराते हैं, जिन्हें मनुष्य को अपने पुरुषार्थ से चु...