मुरादाबाद, अगस्त 11 -- मुरादाबाद। भगवान कृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्णपक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इनके जन्मोत्सव को जन्माष्टमी पर्व के रूप में मनाया जाता है। जन्म का समय भी रात बारह बजे बताया गया है। इसीलिए मंदिरों में यह जन्मोत्सव ठीक रात में बारह बजे ही मनाया जाता है। इस बार जन्माष्टमी का पर्व 15 और 16 अगस्त को मनाया जाएगा। मगर इस बार दोनों ही दिन रोहिणी नक्षत्र नहीं रहेगा। यानि इस बार बिना रोहिणी नक्षत्र के ही जन्माष्टमी मनाई जाएगी। लाइनपार के ज्योतिर्विद पंडित सुरेंद्र कुमार शर्मा,आरपीएफ कालोनी स्थित मंदिर के पुजारी केशव दत्त जोशी एवं लाइनपार के ज्योतिषाचार्य पंडित गौरव कौशिक ने बताया कि भगवान कृष्ण का जन्म द्वापर युग में भाद्रपद मास कृष्ण पक्ष की अष्टमी को रोहिणी नक्षण में हुआ था। इसीलिए हर वर्ष ऐसी ही स्थिति में जन्माष...