बांका, मार्च 10 -- बांका, नगर प्रतिनिधि। होली खुशी, उल्लास, रंग और उमंगों का त्योहार है। जिसका इंतजार हर किसी को होता है। इस दिन लोग आपस की हर नाराजगी को भूलकर एक दूसरे को रंग गुलाल लगाकर प्यार के रंग में सराबोर हो जाते हैं। लेकिन इस बार होली को लेकर लोगों में संशय की स्थिति बनी हुई है। होली की दो तारीख 14 और 15 मार्च सामने आ रही है। ऐसे में लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि उन्हें होली किस दिन मनाना चाहिए। बौसी कामधेनु मंदिर के पंडित अनिरुद्ध मिश्रा उर्फ छोटू बाबा ने बताया कि होली का त्योहार पूर्णिमा के अगले दिन यानि चैत्र कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता हैं। जबकि होलिका दहन फाल्गुन पूर्णिमा को भद्रा रहित मुहूर्त में रात के समय करते हैं। इस बार फाल्गुन पूर्णिमा 13 मार्च गुरुवार की सुबह 10:11 बजे भद्रा के साये में शुरू हो रही है। भद्रा...