टिहरी, मार्च 9 -- माकपा के जिला सचिव भगवान सिंह ने कहा कि उत्तराखंड की डबल इंजन सरकार चोर दरवाजे से बिजली का संपूर्ण तरह से निजीकरण करने जा रही है। जिसका सीधा नुकसान राज्य के गरीबों, किसानों और मध्यवर्गीय परिवारों को होगा। यही नहीं तथाकथित स्मार्ट मीटर को लेकर जो बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। वह उपभोक्ताओं के साथ एक धोखा है। एक अनुमान के अनुसार स्मार्ट मीटर की कीमत 7500-10500 के बीच है। जिसकी कीमत भी जनता को चुकानी पड़ेगी। हमारे राज्य की जनता ने ऊर्जा प्रदेश बनाने में कड़ी मेहनत कर विस्थापन का दंश झेला है। भारी कुर्बानी के बाद ऊर्जा प्रदेश बना किन्तु डबल इंजन सरकार अपने कॉरपोरेट आकाओं के हितों के लिए उत्तराखंड को बर्बाद करने को तुली हुई है। माकपा ने लोगों से 11 स्मार्ट मीटर के खिलाफ 11 मार्च को धरने में शामिल होने की अपील की है।

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