बस्ती, मार्च 18 -- बस्ती, हिन्दुस्तान टीम। जिले के आवास विकास कॉलोनी निवासी सैयद एहतशाम अहमद के पुत्र सैयद फैजान अहमद ने 10 साल की उम्र में पहला रोजा रखा। रोजा इफ्तार के समय घर वालों व रिश्तेदारों ने उपहार भेंट किया। रोजा रखने पर बच्चे का हौंसला बढ़ाया गया। मुस्लिम परिवार में किसी बच्चे के पहला रोजा रखने पर खुशियां मनाई जाती हैं। रोजा इफ्तार के समय कार्यक्रम का आयोजन होता है। इस अवसर पर लोग सामूहिक रूप से रोजेदार के साथ बैठकर इफ्तार करते हैं। परिवार के लिए यह खुशी का पल होता है। मगरिब की अजान होने पर वहां मौजूद लोगों ने फैजान अहमद को अपने हाथों से रोजा इफ्तार कराया। रोजा इफ्तार के बाद मगरिब की नमाज अदा की गई। फैजान अहमद के रोजा रखने की खुशी में दादा निजाम अहमद व दादी ने हौंसला आफजाई करते हुए विभिन्न उपहार भेंट किया। नाना रुक्नुद्दीन जमशेद...