उन्नाव, अक्टूबर 31 -- फोटो- बांगरमऊ, संवाददाता। ग्यारह साल लंबी कानूनी जंग आखिरकार समाजसेवी और वरिष्ठ अधिवक्ता फारूक अहमद के नाम दर्ज हो गई। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने बांगरमऊ में ग्राम न्यायालय की स्थापना का आदेश जारी कर दिया है। साथ ही, न्यायिक अधिकारी के रूप में आकांक्षा अवस्थी की नियुक्ति भी कर दी गई है। अब क्षेत्रीय लोगों को वादों के निस्तारण के लिए जिला मुख्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। यश भारती से सम्मानित इस्माइलपुर आम्बापारा (कुर्मिनखेड़ा) निवासी अधिवक्ता फारूक अहमद ने बताया कि क्षेत्र में ग्राम न्यायालय स्थापित न होने से वादकारियों को लंबी दौड़-भाग करनी पड़ती थी। इस पर उन्होंने वर्ष 2014 में उच्च न्यायालय, लखनऊ खंडपीठ में जनहित याचिका दायर की थी। अदालत के आदेश पर 9 मई 2019 को राज्य सरकार ने बांगरमऊ में ग्राम न्यायालय स्थापित ...