प्रयागराज, मार्च 11 -- हंसवाहिनी व संकल्प परिवार की ओर से मंगलवार को कालिंदीपुरम स्थित जागृति चौराहे के पास रंग-व्यंग्य 2025 का आयोजन किया। मुख्य अतिथि महापौर गणेश केसरवानी और विशिष्ट अतिथि विधायक हर्षवर्धन बाजपेई, केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार सिन्हा ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। बाराबंकी के हास्य कवि विकास बौखल ने 'मदमस्त फागुन सवार कुछ ऐसे हुआ योगी ऋषि ध्यानी सब रंग देखने लगे, सत्तर बरस के अपंग भी जवान हुए रोए, फड़के और अंग-अंग देखने लगे पंक्तियां सुनाकर श्रोताओं को खूब हंसाया। अशोक बेशरम ने अपनी रचना 'ढोल मजीरा से गूंजे चौपारी अब की होली में, हाथों में हो रंगभरी पिचकारी अब की होली में सुनाकर खूब गुदगुदाया। दिल्ली के उपेंद्र पांडे ने पंक्तियां 'वतन पर जान लुटाने से बड़ा बलिदान क्या होगा, तिरंगा खुद लिपटकर नेह दे ...
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