बदायूं, फरवरी 27 -- बाबा फरीद के पोते कुतबे बदायूं मुफ्ती शाह मोहम्मद इब्राहिम फरीदी का दो रोजा सालाना उर्स ए फरीदी का आयोजन किया। उर्स का आगाज नमाजे फज्र कुरआन ख्वानी से हुआ। दोपहर में 11 वीं शरीफ की न्याज हुई। शाम को चार बजे चादर शरीफ का जुलूस मोहल्ला कामांगरान स्थित खानकाहे फरीदिया से दरगाह पहुंचा। जिसमें अकीदतमंदों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। बाद नमाजे इशा साहिबे सज्जादा खानकाह आबादानिया, फरीदिया बदायूं शरीफ, हजरत मोहम्मद अनवर अली फरीदी (सुहैल फरीदी) की सदारत में महफिल मिलाद शरीफ के बाद तरही मुशायरा किया गया। रात्रि दो बजे तक चले मुशायरे में नात ओ मनकबत पेश की गई। सज्जादा हजरत मोहम्मद अनवर अली सुहैल फरीदी ने फरमाया उनके शैदा की आजाब शान है रब शाहिद है। उस्ताद शायर डॉ. मुजाहिद नाज बदायूंनी ने कहा जीते जी मुझसे कोई काम तो ऐसा हो जाये। अहमद...
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