कानपुर, नवम्बर 20 -- कानपुर। कानपुर पुस्तक मेला परिसर, जीआईसी चुन्नीगंज में गुरुवार को उजास सोशल एंड कल्चरल सोसाइटी के कवि सम्मेलन आरोह में कवयित्री चांदनी पाण्डेय ने पढ़ा, रिश्तों की जब धूप निखरने लगती है। फिर आंखों की बर्फ पिघलने लगती है सुनाकर तालियां बटोरीं। एसडीएम विवेक मिश्रा ने मां के आशीर्वाद पर पढ़ा, सभी कहते हैं हर मुश्किल से बच निकलता हूं। मैं मां के पैर छूता हूं तभी घर से निकलता हूं। कवि अर्पित बाजपेई, कुमार विजय, अलका मिश्रा, मुकेश, प्रो. डॉ. अरविंद पांडेय ने भी काव्य पाठ किया। इस अवसर पर विधायक महेश त्रिवेदी, बीएनडी के प्राचार्य डॉ विवेक द्विवेदी, उजास की संस्थापिका डॉ आभा द्विवेदी, संदीप त्रिपाठी और अर्पित अवस्थी आदि रहे।
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