बिजनौर, सितम्बर 28 -- नजीबाबाद। कैसी दारुण घड़ी, विपदा है बड़ी.... जैसे गीतों के साथ हुई लंका दहन और अक्ष्य कुमार वध की लीला में श्रद्धालु रोमांचित हो गए। हनुमान जी ने अशोक वटिका उजाड़ डाली। रावण दरबार में उनकी पूंछ में आग लगा दी तो उन्होंने लंका को जला दिया। श्री राम जानकी कला परिषद के कलाकारो ने हरिओम सिंघल के निर्देशन व नमन गोयल के सह निर्देशन में रामलीला में हनुमान अक्षय कुमार युद्ध व लंकादहन की लीला का मंचन किया गया। सुग्रीव के आदेश पर प्रभु श्री राम की मुद्रिका लेकर हनुमान लंका को कूच कर गए। रास्ते में श्राप से राक्षसी बनी सुरसा को संतुष्ट करते हुए वह लंका पहुंच गए जहां एक ही वार में लंकनी को चित कर लंका में प्रवेश किया। लंका में रावण के भाई विभीषण के अवगत कराने पर हनुमान अशोक वाटिका पहुंचे जहां सीता माता को बंधक बना कर रखा था। हनुमान ...