सीवान, नवम्बर 15 -- सीवान, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिले की आठ विधान सभा सीटों की राजनीति से जुड़ा है। जहां पिछली बार भाकपा (माले) ने दो सीटें जीत रखी थीं। वहीं दरौंदा विधान सभा क्षेत्र में माले के प्रत्याशी निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहे थे। लेकिन, इस बार की तैयारी में माले सपाट नहीं दिख रहा है। कहा जा रहा है कि जिले की आठों सीटों में माले का सूपड़ा साफ हो गया है। यानी माले की पकड़ कमजोर हुई है। हालांकि जीरादेई में माले प्रत्याशी मतदान के बाद अपनी जीत को लेकर अस्वस्थ थे। स्थानीय विश्लेषण में यह बात सामने आ रही है कि माले की जमीनी ताकत में गिरावट आई है, और राजनीतिक समीकरण बदल रहा है। इससे माले संबंधित उम्मीदवारों के सामने चुनौतियां बढ़ गई हैं। इस संदर्भ में आगामी चुनाव में माले को दोबारा स्थिति मजबूत करने के लिए अपनी रणनीति बदलनी होगी, वरना पिछला दब...