अररिया, नवम्बर 7 -- अररिया, वरीय संवाददाता गुरूवार शाम। करीब पांच बजे हैं। अररिया कॉलेज चौक स्थित एक चाय की दुकान। गहमागहमी माहौल है। कुल्हड़ में चाय की चुस्कियों के बीच केवल और केवल राजनीतिक चर्चा हो रही है। कुछ लोग बोल रहे हैं तो कुछ केवल सुन रहे हैं। बेंच पर बैठे बगल के मटरू ऋषिदेव कहते हैं..हे हो बड़ा बाबू आर छोटका बाबू दोनो जिला आयब गेलहन। राज कुमारो आबिये गेलहन। कुछो क्लीयर भेलोन की नय कहां सय कय आगे छय। केय जीतथन। इसी भी जयप्रकाश नगर के ही झबरू कहने लगा। चाचा। भीड़ देख कय इ कहना मुश्किल छन की केय जीत रहल छन। सब नेता में एहनेय भीड़ रहे छय। हम तय अहनो देखेलिये कि कुछ चेहरा हर सभा में रहे छय। कारण जे रहय। तभी चाय दुकानदार भी अपने को रोक नहीं पाए। कहने लगे- जाने छ, रजोखर में एक बड़ा पार्टी के सभा रहे। काफी भीड़ रहे। हमहूं गेलिहन रहे। वत्ते प...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.