वाराणसी, फरवरी 18 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। कवितांबरा कला केंद्र की ओर से वासंतिक काव्य गोष्ठी का आयोजन सोमवार को चांदपुर स्थित केंद्र में किया गया। वरिष्ठ नवगीतकार डॉ. अशोक सिंह की अध्यक्षता में हुई कवि गोष्ठी में वसंत की महिमा पर केंद्रित रचनाओं का पाठ कवियों ने किया। अध्यक्षीय काव्यपाठ करते हुए डॉ. अशोक कुमार सिंह ने पढ़ा की 'खुशबू आए तो किस वन से आए, चंदन के गाछ यहां कौन लगाए। वरिष्ठ रचनाकार मधुकर मिश्र ने वसंत ऋतु के सौंदर्य पर प्रकाश डाला। उनकी रचना की बानगी कुछ यूं रही 'कंज में, कलाधर में, कौमुदी-कुरंगन में, केदली, कदम्बन में दिव्यता अनूप है, मधुकर पराग-राग,पर्णी, पयोधर में, मैन सैन साजत सुजात जातरूप है। कवि भोलानाथ त्रिपाठी 'विह्वल ने सामाजिक समस्याओं को स्वर दिया। डॉ. शम्भुनाथ शास्त्री, आनंद कृष्ण मासूम की रचनाओं ने मानवी संवे...