मधुबनी, अप्रैल 15 -- मधुबनी । मैथिली साहत्यि की अति महत्वपूर्ण है 'सृजन संवाद यह महत्वपूर्ण साहत्यिकि आयोजन रविवार को हरिपुर गांव में आयोजित हुआ। इसमें मैथिली के महत्वपूर्ण कवि और आलोचक मिथिला के कोने कोने से पधारे। दो सत्र में आयोजित यह कार्यक्रम मैथिली कविता को समर्पित रहा। विद्याापति रचित गोसाओनिक गीत से गोष्ठी का शुभारंभ हुआ। मैथिली के प्रसद्धि साहत्यिकार पं जगदीश मिश्र ने उद्घाटन किया। पं.जगदीश मिश्र ने कहा मैथिली में कविता खूब लिखा जा रहा है परन्तु आज मैथिली कविता पर संप्रेषनीयता का संकट उत्पन्न हो गया है। पहले सत्र में 'एकैसम शताब्दीक मैथिली कविताक प्रवृत्ति ओ अपेक्षा विषय पर संगोष्ठी आयोजित हुई। विषय प्रवेश कराते हुए वरष्ठि साहत्यिकार दिलीप कुमार झा ने कहा कि एकीसवीं शताब्दी में मैथिली कविता का लेखन की दिशा बहुत स्पष्ट है। मैथिली ...