मधुबनी, जुलाई 10 -- हरलाखी। जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर अपनी बिहार बदलाव यात्रा के तहत बुधवार को प्रखंड मुख्यालय उमगांव में आयोजित बिहार बदलाव सभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीके ने कहा कि मैं पिछले 3 सालों से बिहार के गांव-गांव घूम रहा हूं । लेकिन बच्चों के शरीर पर सूती कपड़ा या पैरों में चप्पल नहीं है। इसीलिए आपको अपने बच्चों की चिंता करनी है, कोई नेता आपके बच्चों की चिंता नहीं करेगा। उन्होंने उदाहरण देते हुए समझाया कि बिहार के लोगों को लालू जी से सीखना चाहिए कि बच्चों की चिंता क्या होती है। उन्होंने कहा कि लालू जी का बेटा 9 वीं पास भी नहीं किया है, फिर भी वह चाहते हैं कि उनका बेटा राजा बने और दूसरी तरफ बिहार के लोग जिनके बच्चे मैट्रिक, बीए, एमए कर चुके हैं, फिर भी उन्हें नौकरी नहीं मिल रही है। कहा कि सिर्फ एक बार अपने बच्चो...