वाराणसी, अक्टूबर 6 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। वृद्ध महिलाओं की सबसे बड़ी आवश्यकता भावनात्मक सहारा और अपनापन है। महिलाएं हमारे परिवार की मूल होती हैं। सदैव उनका संरक्षण सेवाभाव के साथ करते रहना चाहिए। यह बातें राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. नीलम गुप्ता ने कहीं। वह संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के आधुनिक ज्ञान विज्ञान संकाय की ओर से रविवार को दुर्गाकुंड स्थित राजकीय वृद्ध एवं अशक्त आवासीय गृह में हुए आयोजन को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि वृद्धजनों के जीवन में ममता, सहानुभूति और सहयोग का संचार आवश्यक है। इससे उनकी जिंदगी में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। कार्यक्रम संयोजक प्रो. विधु द्विवेदी ने कहा कि यह सम्मेलन विश्वविद्यालय की सामाजिक जिम्मेदारी और मानवीय मूल्यों के संवर्धन का प्रतीक है। देवशरण सिं...