हमीरपुर, दिसम्बर 7 -- मौदहा, संवाददाता। मोहल्ला हुसैनगंज स्थित मास्टर फखरुद्दीन यावर के मकान में बज़्मे करीम के बैनर तले माहाना तरही मुशायरा संपन्न हुआ। जिसकी सदारत रमज़ान खां साहिल और संचालन मसीह निज़ामी ने किया। मुख्य अतिथि ममनून अहमद बंगश रहे। इस अवसर पर अब्दुल इस्लाम द्वारा मशहूर शायर मसीह निज़ामी को सम्मानित किया गया। मुशायरे का आग़ाज़ मास्टर तकी ने नात पढ़कर किया। बदरुद्दीन तायब ने शेर सुनाया 'रेत पर कितनी भी ऊंची तू इमारत कर ले, एक तूफान उसे पल में गिरा देता है' ममनून अहमद बंगश ने शेर पढ़ा 'खासियत एक तबस्सुम की सुनो अय जाना, दिल के वीराने में जुगनू सा जला देता है' मसीह निज़ामी ने पढ़ा अपने ज़हनों में कभी जंग न लगने देना, जंग वो शय है जो लोहे को गला देता है। यावर मौध्वी ने शेर सुनाया 'देखिए तो ज़रा ये नादानी, चांद तकते हैं' साहिल मौध्वी...