झांसी, फरवरी 4 -- झांसी (मऊरानीपुर), संवाददाता मऊरानीपुर तहसील क्षेत्र के गांव कदौरा स्थित प्राचीन रामजानकी मंदिर, सिद्धेश्वर परिसर में चल रही श्रीमद् भागवत पुराण कथा का सप्ताह ज्ञान को विराम दिया गया। अंतिम दिन पं. रमाकांत कौशिक ने कृष्ण-सुदामा चरित्र का वर्णन किया। कहा, मित्रता हो तो कृष्ण-सुदामा जैसी। द्वारिकाधीश ने सुदामा के साथ सच्ची मित्रता निभाई। उन्होंने अपने बचपन के बाल सखा सुदामा की दीन हीन दशा को देखकर विपत्ति में साथ देकर उन्हें अपने समान धन-धान्य करके मित्रता का धर्म निभाया जिसकी कथा श्रीमद् भागवत पुराण में भी अंकित है। उन्होंने कहा कि मित्र हो तो श्रीकृष्ण भगवान जैसा जो सुदामा के बुरे समय में साथ खड़े हुए। इसी प्रकार हम सभी को भी मित्र धर्म मिलजुल कर निभाना चाहिए इसके पुराण की कथा को विश्राम दिया गया। कथा यजमान सविता श्रीपत क...