मोतिहारी, सितम्बर 2 -- पताही, निज संवाददाता। पताही प्रखंड के चंपापुर स्थित दुःख हरण नाथ महादेव मंदिर के प्रांगण में चल रहे संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन श्रोता भक्ति रस में डूबे रहे। सुप्रसिद्ध कथा वाचिका राजनंदिनी किशोरी जी द्वारा से भक्त ध्रुव, अजामिल और प्रह्लाद की प्रेरक कथाओं का विस्तृत श्रवण कराया गया। साथ ही अजामिल के चरित्र का उल्लेख करते हुए कहा कि संतों की प्रेरणा से अजामिल ने अपने पुत्र का नाम नारायण रखा। जीवन के अंतिम क्षण में पुत्र का नाम "नारायण" शब्द का उच्चारण करते हुए भगवान के धाम को प्राप्त किए। इसलिए भगवान के नाम में इतनी शक्ति है कि किसी भी रूप में नाम ले या स्मरण करें उनका उद्धार विष्णुदूत के हाथो होता है। और उनको सदगति प्राप्त होता है।आगे उन्होंने कथा में भक्त प्रह्लाद और भगवान नरसिंह की कथा को विस्तृत रूप से...
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