प्रयागराज, मई 30 -- बफ्टा की ओर से आयोजित चार दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव के दूसरे दिन दो नाटकों का मंचन किया गया। करेलाबाग स्थित बेनहर स्कूल एंड कॉलेज के जाहिदा सभागार में पहली नाट्य प्रस्तुति 'तमाचा में स्कूल के बच्चों ने अपनी प्रतिभा दिखाई। प्रस्तुति के जरिए समाज की उस समस्या को उजागर किया गया, जिसकी वजह से आजकल अपराध बढ़ रहा है। बिना मर्जी की शादी और उसके बाद पनपने वाला गुस्सा अंत में समाज पर तमाचे के रूप में पड़ता है। यह नाटक नंदलाल सुधार के उपन्यास पर आधारित है। इसे नाट्य रूप में प्रस्तुत करने के लिए स्कूल के शिक्षकों ने 15 दिवसीय कार्यशाला के दौरान बच्चों को प्रशिक्षित किया था। इसके बाद एकल नाटक 'री-डेवलपमेंट का मंचन हुआ, जिसके केंद्र में झुग्गी में रहने वाली महिला थी। जो ग्रामीण भारत के खुले मैदानों से आकर मुंबई की एक झुग्गी मे...