वाराणसी, जून 18 -- वाराणसी, कार्यालय संवाददाता। बीएचयू का चिकित्सा विज्ञान संस्थान 'एम्स लाइक बनने की ओर अग्रसर है। इसके पहले चरण में सौ करोड़ रुपये की मंजूरी मिल गई है। इससे आईएमएस के शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन बढ़ोतरी की आस भी है। मंगलवार को शिक्षा मंत्रालय के साथ हुई बैठक में आईएमएस के अधिकारियों ने वेतन विसंगति पर चर्चा की। बताया कि असिस्टेंट, एसोसिएट और प्रोफसर तक बीएचयू और एम्स के वेतन में काफी अंतर है। बैठक में आईएमएस बीएचयू के निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने कहा कि दिल्ली एम्स और बीएचयू के असिस्टेंट प्रोफेसर 33 हजार, एसोसिएट प्रोफेसर 59 हजार और प्रोफेसर के बीच 45 हजार रुपये का अंतर है। इसके साथ ही एकेडमिक अलाउंस बीएचयू में सिर्फ एक हजार, जबकि एम्स में 22500 रुपये मासिक मिलता है। लर्निंग रिर्सोस अलाउंस एम्स में मिलता है, आईएमएस मे...