लखीमपुरखीरी, मार्च 23 -- कस्बे के शिया इमामबाड़े में पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद साहब के दामाद व शेरे खुदा हज़रत अली की यौमे शहादत के मौके पर मातम व मजलिस का आयोजन किया गया। अक़ीदतमन्दों ने उनके नाम से नियाज दिलाई और लंगर भी तकसीम किया। इस सिलसिले में शिया इमामबाड़े में हुई मजलिस में काफी लोगों ने शिरकत की। यहां ताबूत का जुलूस भी निकाला गया और मातम करके गम का इज़हार किया गया। इस मौके पर बाबर मिर्ज़ा के घर पर मजलिस और मातम का आयोजन किया गया। मौला अली की शहादत पर आलिमों ने ख़िताब फरमाते हुए बताया कि हज़रत अली को मस्जिदे कूफ़ा में नमाज़ की हालत में शहीद किया गया था। मौलाना अब्बास ने हज़रत अली की शहादत को मार्मिक ढंग से बयान किया। सुन्नी समुदाय के लोगों ने भी मौला अली के नाम से नियाज दिलाई और लंगर वितरित किया।

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