किशनगंज, अप्रैल 11 -- किशनगंज, एक प्रतिनिधि। विश्व होम्योपैथी दिवस पर गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम में होमियोपैथी की उपयोगिता, वैज्ञानिक आधार और रोगों के प्रति इसकी समग्र दृष्टिकोण की जानकारी दी गई। सिविल सर्जन डॉ. मंजर आलम ने बताया कि अनुसंधान को सशक्त बनाना, दक्षता को बढ़ाना है। होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति को और अधिक सशक्त एवं वैज्ञानिक आधार देने के लिए निरंतर शोध और चिकित्सकों की गुणवत्ता में सुधार आवश्यक है। कार्यक्रम के अंतर्गत सदर अस्पताल सहित सभी प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर नि:शुल्क परामर्श शिविर आयोजित किया गया। उन्होंने कहा होमियोपैथी एक वैज्ञानिक, सौम्य और रोगी-केंद्रित चिकित्सा पद्धति है, जो न केवल लक्षणों का उपचार करती है, बल्कि व्यक्ति के मानस...