समस्तीपुर, जून 11 -- समस्तीपुर शहर में घरेलू महिलाएं किसी न किसी हुनर में पारंगत हैं। चाहे वह सिलाई-कढ़ाई हो, पापड़-अचार बनाना हो, अगरबत्ती, बुनाई या सजावटी वस्तुओं का निर्माण, लेकिन हुनर को स्वरोजगार में बदलने के लिए उन्हें प्रशिक्षण, संसाधन और बाजार की जरूरत होती है। सरकारी योजनाएं तो बहुत हैं। महिला स्वावलंबन योजना, स्टार्टअप इंडिया, महिला मंडल सहित अन्य योजनाओं का संचालन कर रखा गया है। जमीनी स्तर पर इनका फायदा बहुत ही सीमित वर्ग को मिल पाता है। बोले अभियान में महिलाओं ने कहा कि घर के पास प्रशिक्षण मिले तो हम भी आत्मनिर्भर हो जाएंगी। प्रतिा देवी, पार्वती देवी ने कहा कि अधिकतर घरेलू महिलाएं जानती ही नहीं कि उन्हें कहां, कैसे आवेदन करना है। न ही प्रखंड या पंचायत स्तर पर उन्हें इस बारे में जागरूक किया जाता है। यदि सरकार प्रत्येक प्रखंड में ...