नई दिल्ली, दिसम्बर 25 -- एक और खूंखार व इनामी माओवादी नेता की मौत के साथ ही ओडिशा में माओवादी हिंसक तंत्र की कमर टूट गई है। ओडिशा में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में शीर्ष माओवादी नेता गणेश उइके को मार गिराया गया है। उइके की गिनती बर्बर नक्सलियों में होती थी और सरकार द्वारा बार-बार चेतावनी व सलाह के बावजूद उसने अराजकता का रास्ता नहीं छोड़ा था। ऐसे में, सुरक्षा बलों के हाथों उसका मारा जाना संविधान और समाज, दोनों के हिसाब से उचित है। उस पर 1.1 करोड़ रुपये का इनाम था और वह सीपीआई (माओवादी) की केंद्रीय समिति का सदस्य था। उसे कंधमाल जिले में खास खुफिया सूचनाओं के आधार पर चलाए गए नक्सल विरोधी अभियान के दौरान मारा गया है। उइके के साथ तीन अन्य इनामी नक्सली मारे गए हैं। उइके की जान बच सकती थी, अगर वह समर्पण कर देता। ध्यान देने की बात है, अभी 23 दि...