लखीसराय, सितम्बर 20 -- बड़हिया, निज प्रतिनिधि। पर्व और त्यौहार हमेशा से ही भारतीय संस्कृति की पहचान रही है। इस कड़ी में शारदीय नवरात्र का त्यौहार सोमवार 22 सितंबर से प्रारंभ हो रहा है। शक्ति उपासना के मार्ग में चार नवरात्र की चर्चाएं हैं। जिसमें दो को गुप्त तथा वासंतिक (चैत्र) और (आश्विन) के शारदीय नवरात्र को जन सामान्य के लिए सहज और सुलभ बताया गया है। यही कारण है कि शारदीय नवरात्र में घर-घर कलश स्थापना के साथ शक्ति की अधिष्ठात्री देवी मां दुर्गा की आराधना और उपासना की जाती है। जिसकी शुरुआत आश्विन शुक्लपक्ष की प्रतिपदा से प्रारंभ होकर नवमी तिथी तक चलती है। इन नौ दिनों में माता के अलग अलग स्वरूपों की आराधना की जाती है, तथा दसवें दिन दशहरा और विजयादशमी का उत्सव मनाया जाता है। ऐसे तो मां दुर्गा की निश्चित सवारी शेर ही है। परंतु हर वर्ष नवरात्र...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.