लखनऊ, अप्रैल 24 -- लखनऊ। महिलाओं में स्तन कैंसर तेजी से बढ़ रही है। समय पर बीमारी की पहचान के लिए महिलाओं को साल में एक बार स्तन कैंसर की जांच करानी चाहिए। स्क्रीनिंग से शुरुआती अवस्था में कैंसर की पहचान की जा सकती है। यह बातें एनएचएम की मिशन निदेशक पिंकी जोवेल ने कही। गुरुवार को सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग, कल्याण सिंह कैंसर संस्थान व हेल्थ टेक्नोलॉजी असेसमेंट इंडिया की ओर से स्तन कैंसर स्क्रीनिंग पर कार्यशाला हुई। डॉ. आयुष लोहिया ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा किया गया क्लीनिकल ब्रेस्ट परीक्षण महिलाओं को समय रहते कैंसर से बचा सकता है। मृत्यु दर को घटा सकता है। इलाज में आने वाले आर्थिक बोझ को भी कम कर सकता है। कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक डॉ. एमएलबी भट्ट समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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