लखनऊ, अगस्त 8 -- लखनऊ, संवाददाता। भारत परिषद के 34वें स्थापना दिवस समारोह पर परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व न्यायाधीश चंद्र भूषण पांडेय ने कहा कि जाति न्याय आंदोलन प्रत्येक जाति की भागीदारी और हिस्सेदारी दिलाने के लिए छेड़ा गया है। जाति के आधार पर जो अगड़े, पिछड़े, दलित की आरक्षण व्यवस्था आजादी के बाद से शुरू की गई थी, उसको समाप्त किया जाए। क्योंकि उससे प्रत्येक जाति को न्याय नहीं मिला। प्रत्येक जाति को उनकी संख्या के आधार पर हक और हिस्सा दिया जाना चाहिए, ताकि अभी तक पूरी तरह से उपेक्षित सैकड़ों जातियों को आजादी का लाभ मिल सके। पीडब्ल्यूडी के विश्वेश्वरैया सभागार में स्थापना दिवस समारोह में चंद्र भूषण पांडेय ने घोषणा की कि जाति न्याय आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए गांवों में रहने वाले प्रत्येक जाति के सदस्य को सम्मिलित करके जाति न्याय समित...