वाराणसी, अगस्त 2 -- वाराणसी, विशेष संवाददाता। गंगा के जलस्तर में शुक्रवार को बेतहाशा बढ़ोतरी से तटवासी बेकल हो उठे। बाढ़ से अब आबादी के साथ-साथ खेती भी प्रभावित होने लगी है। वरुणा किनारे के दस मुहल्लों और गंगा के तटवर्ती 15 गांवों में पानी घुस गया है। इन गांवों में सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई है। इधर मणिकर्णिका घाट पर गंगा सतुआ बाबा आश्रम के गेट के पास पहुंच गई। यहां से नावों से शवों को अंतिम संस्कार के लिए छत पर ले जाया जा रहा है। इसके लिए लोगों को छह से आठ घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। हरिश्चंद्र घाट पर भी गलियों में शवदाह जारी है। दशाश्वमेध घाट पर जल का प्रवाह हनुमान मंदिर के आगे हो रहा है। नगवां नाले के किनारे से पुष्कर तालाब जाने वाले मार्ग पर पानी आने से आवागमन बंद हो गया है। इससे नगवां दलित बस्ती, सोनकर बस्ती, रामेश्वर मठ, डुमर...