मथुरा, फरवरी 24 -- वैसे तो मथुरा और वृंदावन की कुंज गलियां देश ही नहीं बल्कि विदेशों तक में प्रसिद्ध हैं। कुछ दशक पहले की बात करें तो दूर दराज के लोग इन्हीं छोटी-छोटी गलियों को देखने के लिए आते थे, लेकिन आज समय बदल चुका है। इन कुंज गलियों में बाजार बस गए हैं। साथ ही परदेसियों का आना भी बढ़ गया है। लोगों की भीड़ को देख यहां अब अतिक्रमण का जाल फैलता जा रहा है। इसका खामियाजा स्थानीय लोगों के साथ-साथ बाहर से आने वाले दर्शनार्थियों को झेलना पड़ता है। इसी का ज्वलंत उदाहरण है वृंदावन का हरि निकुंज बाजार। हिन्दुस्तान के बोले मथुरा अभियान के तहत यहां के लोगों ने समस्याओं के बारे में खुलकर बात की। दावन में हरि निकुंज से लेकर अंग्रेज मंदिर तक का मार्केट रमणरेती मार्ग और ठाकुर बांके बिहारी मंदिर समेत कई प्रमुख मंदिरों के आने जाने का सबसे प्रमुख मार्ग है...