चम्पावत, सितम्बर 7 -- लोहाघाट में पूर्व सैनिकों ने भारतीय सेना की नाइन कुमाऊं रेजिमेंट के शौर्य प्रतिक महाराज के दिवस को धूमधाम से मनाया। इस दौरान पूर्व सैनिकों और विरांगनाओं को सम्मानित किया गया। रविवार को सैनिक विश्राम गृह में नाइन कुमाऊं के रिटायर्ड कै. सोबन सिंह की अध्यक्षता एवं रिटायर्ड सूबेदार ललित सिंह अधिकारी के संचालन में हुए कार्यक्रम में नाइन कुमाऊं की इस वीरगाथा को याद कर इस युद्ध में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। 1965 भारत-पाक युद्ध के विजेता नाइन कुमाऊं के हवलदार भूप सिंह और हवलदार प्रेम सिंह ने बताया जब 1965 का युद्ध शुरू हुआ था तब नाइन कुमाऊं उत्तराखंड के धारचूला में तैनात थी। युद्ध में जाने का आदेश मिला इसके बाद पलटन रवाना हुई। जवानों ने बड़ी बहादुरी से लड़ते हुए पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराते हुए सात सितंबर 1965 ...