नई दिल्ली, जुलाई 2 -- ज्ञान किसी घटना में नहीं, घटनाओं के परे है, क्योंकि एक ही घटना को लेकर यदि तुम किसी नतीजे पर पहुंचते हो, तो वह जानकारी गलत होगी। यदि कोई क्रोध में आकर तेज चिल्लाता है, तो तुम सोचते हो कि यह उसका स्वभाव है, पर वास्तव में क्रोध कहीं और से आया है। केवल घटना के परे जाने पर ही सत्य प्रकाशित होता है। एक ही घटना पर आधारित विचार तुम्हें गलत निष्कर्ष पर पहुंचाते हैं। इसलिए, तुम्हें संपूर्ण घटनाओं पर विचार करना होगा। तभी जान सकोगे कि ज्ञान घटनाओं के परे है। एक व्यक्ति क्या है? शरीर, मन और विभिन्न प्रकार के स्वभावों का मिश्रण, जो हर समय बदलता रहता है। प्रेम अपरिवर्तनशील है। व्यक्ति के परे प्रेम है। जब तुम अपने व्यक्तित्व से निकलकर आगे बढ़ते हो, तो प्रेम बन जाते हो। यदि तुम अपने को खो नहीं सकते, तो अपने को पा भी नहीं सकते! तो अप...