मोतिहारी, फरवरी 23 -- केसरिया। तीन दिवसीय केसरिया महोत्सव के अंतिम दिन शनिवार को जिले के उभरते कलाकारों को अवसर मिला। गीत-संगीत की शुरुआत गायक मुकेश द्विवेदी ने कितनी चाहत छुपाए बैठा हूं, ये न सोंचो की मुझे प्यार नहीं, तुम जो आये हो मेरी दुनिया में, अब किसी का भी इन्तजार नहीं....गजल से किया। इसके बाद उन्होंने हमें और जीने की चाहत न होती अगर तुम न होते सहित अन्य गजल की प्रस्तुति देकर खूब वाहवाही लूटी। जिले के उभरते गायक कुमार बादल के वक्त का ये परिंदा रुका है कहां, मैं था पागल जो इसको बुलाता रहा की प्रस्तुति पर पूरा दर्शक दीर्घा झूम उठा। आरजू मिश्रा की प्रस्तुति लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जायेगा को दर्शकों ने खूब सराहा। उनकी अगली प्रस्तुति तुम उठो सिया श्रृंगार करो श्री राम ने धनुष तोड़ा है पर खूब तालियां बजीं। कृष्णा गुप्ता के कत्थक ड...
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