नई दिल्ली, अगस्त 17 -- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में वार्ता के बाद दुनिया में कुछ राहत का एहसास है। हालांकि, यह एहसास कब तक टिकेगा, कहना मुश्किल है। शिखर-वार्ता से कुछ बातें बहुत स्पष्ट हो गई हैं। पहली बात, अमेरिका और रूस के बीच अभी भी तालमेल की पूरी संभावना है। इन दोनों नेताओं का परस्पर मिलना अपने आप में ऐतिहासिक घटना है, जिससे पूरी दुनिया में अच्छा संकेत गया है। दूसरी बात, तात्कालिक रूप से ही सही, टैरिफ को लेकर ट्रंप की आक्रामकता घटी हुई लगती है। भारत में भी कुछ राहत का एहसास है। संभव है कि भारत पर रूस की वजह से लगने जा रहा जुर्माना न लगे। यह पुतिन ही नहीं, भारत के भी अनुकूल है। हालांकि, सूचना है कि टैरिफ पर बातचीत के लिए जो अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भारत आ रहा था, वह शायद अभी नहीं आए...