नई दिल्ली, जून 17 -- डॉ. जितेंद्र सिंह, केंद्रीय विज्ञान व प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री केरल के थुंबा में मछली पकड़ने वाले एक शांत गांव के चर्चयार्ड से साउंडिंग रॉकेट के प्रक्षेपण के साथ शुरू हुई भारत की अंतरिक्ष यात्रा के बारे में शायद ही किसी ने कल्पना की होगी कि एक दिन देश इन ऊंचाइयों को छू लेगा। वह समय दृढ़ संकल्प का था, जब सितारों तक पहुंचने का सपना सीमित साधनों, पर असीम महत्वाकांक्षा के साथ परवान चढ़ा। वह सपना विकसित होकर अब एक राष्ट्रीय मिशन का रूप अख्तियार कर चुका है और आज जब हम नरेंद्र मोदी सरकार के 11 वर्ष के सफर पर गौर कर रहे हैं, तब भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में आमूल-चूल बदलाव आ चुका है। यह परिवर्तन केवल रॉकेट और उपग्रहों से संबंधित नहीं है, बल्कि यह लोगों के जीवन के बारे में है। यह दर्शाता है कि दूरदराज के गांव के किसान से लेकर...