सीतामढ़ी, मार्च 10 -- बाजपट्टी। पूछताछ के क्रम में सपना के परिजनों ने पुलिस को बताया कि उसको किसी से कोई दुश्मनी नहीं है। मां अनिता देवी के आंख के आंसू सूख गए हैं। तीन वर्ष पहले पति की बीमारी से मौत हो गई थी। वह कहती है हमर बेटी काहे केकरो लेल बोझ हो गेलई। पति के मर गेला के बाद भी कहियो केकरो से कुछ न मंगली। उसकी हालत पर सभी मौन हैं। घटना के बाद ग्रामीण भी दंग है कि आखिर दो जून की रोटी के लिए जूझ रहे इस गरीब परिवार की किसकी नजर लग गई है। घटना को लेकर कई तरह की बाते की जा रही है।सभी ग्रामीण एक बात पर सहमत दिखे की घटना को कोई अगल-बगल के ही किसी व्यक्ति द्वारा अंजाम दिया गया है।घटना के बाद पुलिस की सक्रियता देखकर भी लोग संतुष्ट दिखे। वे जांच में हर संभव सहयोग भी कर रहे है।

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