शाहजहांपुर, नवम्बर 16 -- फोटो : 38 रामलीला के दौरान मंचन करते कलाकार। -मेघनाथ-लक्ष्मण युद्ध से संजीवनी प्रसंग तक मंचन ने बांधा समा जैतीपुर, संवाददाता। जैतीपुर कस्बे के श्रीराम जानकी रामलीला मेले में रविवार का मंचन बेहद आकर्षक और भावपूर्ण रहा। प्रसंग की शुरुआत तब हुई जब हनुमान लंका से माता सीता का पता लगाकर लौटते हैं, तो रामदल में उल्लास की लहर दौड़ जाती है। राम हनुमान से कहते हैं कि हनुमत, मैं आज से तुम्हारा ऋणी हो गया हूं। इसके बाद वानर सेना समुद्र तट पर डेरा डालती है और नल-नील के नेतृत्व में समुद्र पर पुल निर्माण शुरू होता है। पुल तैयार होते ही राम की सेना लंका में प्रवेश करती है। युद्ध से पहले अंगद को दूत बनाकर रावण के दरबार में भेजा जाता है, पर अभिमानी रावण संदेश ठुकरा देता है। रणभेरी बजते ही दोनों ओर से युद्ध छिड़ जाता है। मेघनाथ और ...