गाजीपुर, जुलाई 29 -- गाजीपुर। सिद्धेश्वर कालोनी में सूर्यकुमार सिंह के आवास पर सरस कवि-गोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी का शुभारंभ वरिष्ठ कवि कामेश्वर द्विवेदी के वाणी वन्दना से हुआ। कवि धर्मेश ने कहा कि हम हिंसा में विश्वास नहीं करते, शान्ति चाहते हैं, हथियार उठाये बिना सत्य की क्रान्ति चाहते हैं। कवि हरिशंकर पाण्डेय ने अधिकारी बन बहुत जी लिउ, पुत्र रूप घर आओ तो/राह निहारे बूढ़ी अंखियां, उनसे कुछ बतियाओं तो। सुनाकर सोचने के लिए विवश कर दिया। प्रबन्धकार कामेश्वर द्विवेदी ने वीर शहीदों के लिए गीत हो तूफान भयंकर फिर भी, तनिक नहीं थे डिगने वाले, श्रद्धासुमन उन्हें जो कारगिल पर ध्वज को फहराने वाले। सुनाकर खूब वाहवाही अर्जित की।अमरनाथ तिवारी, संजय कुमार पाण्डेय, विजय नारायण तिवारी, रंग बहादुर सिंह एवं मनोज कुमार यादव की कविताओं को श्रोताओं ने खूब स...