नई दिल्ली, जुलाई 9 -- बुधवार अपने देश में अनेक जगहों पर कुछ सेवाओं के प्रभावित होने का दिन रहा। कोई दोराय नहीं कि पिछले वर्षों में देश में बंद और हड़ताल की संख्या घटी है, क्योंकि संगठित क्षेत्र में तुलनात्मक रूप से स्थितियां सुधरी हैं। वेतन आयोगों का सतत लाभ केंद्रीय और अन्य सरकारी कर्मचारियों को मिलता रहा है। केंद्रीय श्रम संगठनों की अगर बात करें, तो पिछले साल फरवरी के बाद पहली बार हड़ताल देखी गई। विशेष रूप से बैंकिंग, बीमा, डाक और कोयला खनन क्षेत्र में ज्यादा असर दिखा है। पूरे देश में तो न सही, पर जहां-जहां केंद्रीय कर्मचारी संगठन मजबूत हैं, वहां काम रुके या प्रभावित हुए। कर्मचारी संगठनों की पहली शिकायत यही है कि कुछ ऐसे फैसले हो रहे हैं, जो श्रम बल के हितों के विरुद्ध हैं। वैसे यहां यह सवाल हो सकता है कि केंद्रीय कर्मचारियों को सभी श्र...
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