संभल, अगस्त 14 -- अन्जुमन-ए-मुहाफ़िज़-ए-अज़ा के तत्वावधान में शहीद-ए-आज़म हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के भाई हज़रत अब्बास अलमदार अलैहिस्सलाम की याद में अलमे मुबारक का क़दीमी जुलूस मौहल्ला चौधरियान स्थित अज़ाख़ाना मक़बूल अहमद मरहूम से निकाला गया। जुलूस से पहले आयोजित मजलिस में मरसिया जनाब ख़ावर रज़ा व उनके साथियों ने पेश किया। इसके बाद मारूफ़ सिरसीवी ने खिताब करते हुए कहा कि हज़रत अब्बास अलमदार अलैहिस्सलाम ने अपनी पूरी ज़िंदगी अपने भाई हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की ख़िदमत में गुज़ार दी। उनकी वफ़ादारी के क़िस्से सारी दुनिया में मशहूर हैं। अंत में मौलाना ने कर्बला के मसायब बयान किए, जिन्हें सुनकर अज़ादार ग़मगीन हो उठे और फ़ूट-फ़ूटकर रोने लगे। मजलिस के बाद अलमे मुबारक का क़दीमी जुलूस निकाला गया। सबसे पहले शुबैर इमाम ने नौहा पढ़ा। इसके बाद ...